सन्यास लेते ही प्रेमानंद महाराज की शरण में पहुंचे विराट कोहली
सन्यास लेते ही प्रेमानंद महाराज की शरण में पहुंचे विराट कोहली
मशहूर भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उनके इस फैसले से क्रिकेट टीम व उनके फैंस को काफी झटका लगा है। टेस्ट क्रिकेट से सन्यास की घोषणा करने के एक दिन बाद भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली मंगलवार को अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ वृंदावन पहुंचे। जानकारी के मुताबिक, ये मशहूर कपल प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज का आशीर्वाद लेने वृंदावन गए थे। विरुष्का को स्वामी प्रेमानंद महाराज का अनुयायी माना जाता है और इस जोड़े को अक्सर वृंदावन में देखा जाता है।
भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के अगले दिन मंगलवार को अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ वृंदावन का दौरा किया। वहां उन्होंने प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज से आशीर्वाद लिया। कोहली और अनुष्का को स्वामी प्रेमानंद महाराज के अनुयायी माना जाता है, और वे अक्सर वृंदावन में देखे जाते हैं। विराट कोहली के इस कदम ने उनके 14 साल के शानदार टेस्ट करियर का समापन कर दिया, जिसमें उन्होंने बल्लेबाज और कप्तान के रूप में कई चुनौतियों का सामना किया और दुनिया भर में अपनी खेल क्षमता से सराहना प्राप्त की।
पहले भी कई बार पहुंचे वृंदावन
कोहली पहले भी कई बार अपनी पत्नी अनुष्का और बच्चों के साथ वृंदावन जा चुके हैं। पिछली बार जब वे वहां गए थे, तो उनके साथ उनका बेटा अकाय भी था, और इस दौरान अकाय का चेहरा पहली बार सार्वजनिक हुआ था। क्रिकेट करियर में जब भी कोहली को कठिनाइयों और संघर्षों का सामना करना पड़ा, तो वे हमेशा अनुष्का के साथ प्रेमानंद महाराज के आश्रम गए थे और आशीर्वाद लिया। इस दौरान उनका वीडियो अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होता है।
कोहली के करियर पर नजर
36 वर्षीय विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर में 123 मैच खेले, जिनमें 210 पारियों में 46.85 की औसत से 9,230 रन बनाए। उन्होंने 30 शतक और 31 अर्धशतक लगाए। रन के मामले में वह भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में चौथे सबसे सफल बल्लेबाज हैं, उनसे आगे केवल सचिन तेंदुलकर (15,921 रन), राहुल द्रविड़ (13,265 रन) और सुनील गावस्कर (10,122 रन) हैं। कोहली ने जून 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा था, लेकिन शुरुआत उतनी प्रभावशाली नहीं रही। पहले दौरे में उन्होंने पांच पारियों में केवल 76 रन बनाए। हालांकि, इसके बाद उन्होंने अपनी मेहनत और शानदार बल्लेबाज़ी से खुद को साबित किया। उनका पहला टेस्ट शतक 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में आया, जहां उन्होंने 213 गेंदों पर 116 रन बनाए।
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