Breaking News :

UP: पीएम मोदी का जन्मदिवस: विधानसभा अध्यक्ष ने खिलाए "गुलगुले"

प्रधानमंत्री के जन्मदिवस पर चारों धामों में विशेष पूजा सम्पन्न

Odisha Artist Celebrates PM Modi’s 75th Birthday with Sand Art of 750 Lotuses

PM Modi Turns 75: World Leaders, Citizens, and Celebrities Celebrate His Birthday With Service and Tributes

AI Must Serve Humanity, Not Control It: Lok Sabha Speaker Om Birla

एआई सम्मेलन: ओम बिरला बोले– तकनीक और अध्यात्म का संगम समय की मांग

Too Much With Kajol and Twinkle Trailer: काजोल और ट्विंकल के शो का ट्रेलर आउट, सलमान से लेकर आमिर तक ये स्टार्स आएंगे नजर

भारतीय क्रिकेट टीम को मिला नया जर्सी स्पॉन्सर, अपोलो टायर्स करेंगे स्पॉन्सर

देहरादून में मची तबाही के बीच पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह ने की सीएम धामी से बात

ईको सेंसटिव जोन की बंदिशों के बाद भी नदियों किनारे हो रहा निर्माण

Parquet Courts on Resisting Nihilism & Why Tourism in Dubai is booming the world.

Parquet Courts on Resisting Nihilism & Why Tourism in Dubai is booming the world.

Wednesday, 17 September 2025

एआई सम्मेलन: ओम बिरला बोले– तकनीक और अध्यात्म का संगम समय की मांग

हरिद्वार, 16 सितंबर : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज कहा कि आधुनिक युग में एआई की भूमिका महत्त्वपूर्ण है। मौजूदा दौर में अनेक क्षेत्र में एआई का उपयोग हो रहा है। एआई का आध्यात्मिक मूल्यों के साथ समावेषन होना चाहिए। एआई के माध्यम से पूरी दुनिया तक भारत के ज्ञान और संस्कृति को पहुँचाने की दिशा में सार्थक पहल होनी चाहिए। विज्ञान व अध्यात्म के समन्वय को साथ लेकर चलना आवश्यक है। लोकसभा अध्यक्ष ने आशा व्यक्त की कि तकनीकी नवाचार के माध्यम से भावी पीढ़ी सुदृढ़ हो, इस दिशा में देवसंस्कृति विवि कार्य करेगा। ओम बिरला ने अपने यह विचार हरिद्वार स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय में आयोजित एक सेमिनार में व्यक्त किए।


इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आध्यात्मिकता और विज्ञान के बीच समन्वय स्थापित करने के उद्देश्य से आयोजित एआई सम्मेलन के लिए देव संस्कृति विश्वविद्यालय और डॉ. चिन्मय पंड्या का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्राचीन भारतीय संस्कृति में ज्ञान, विज्ञान और अध्यात्म का अद्वितीय संगम देखने को मिलता है। हमारी सनातन संस्कृति केवल आस्था और विश्वास पर आधारित नहीं है, बल्कि गहरी वैज्ञानिक दृष्टिकोण, चिंतन और शोध का परिणाम है। यही कारण है कि भारतीय संस्कृति ने विश्व को अनगिनत वैज्ञानिक खोजें दी हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ-साथ एआई भी व्यापक रूप से जीवन के हर पहलू को प्रभावित कर रहा है। एआई तकनीक न केवल दैनिक जीवन को आसान बना रही है बल्कि उद्योग, चिकित्सा, शिक्षा, कृषि और अन्य क्षेत्रों में नवाचार का प्रमुख कारण भी बन गई है। यदि इस शक्ति का सही दिशा और उद्देश्य के साथ उपयोग किया जाए तो यह अनेक क्षेत्रों में सुधार लाकर लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभा सकती है।


संयुक्त राष्ट्र द्वारा आस्था एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए स्थापित विशेष आयोग के एशिया क्षेत्र के कमिश्नर डॉ. चिन्मय पंड्या ने कहा कि वर्तमान में एआई केवल तकनीकी क्षेत्र तक सीमित नहीं है बल्कि यह शिक्षा, चिकित्सा, उद्योग और सुरक्षा सहित अनेक क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन ला रहा है। हालांकि इसके साथ नैतिकता, गोपनीयता, डेटा सुरक्षा तथा रोजगार पर इसके प्रभाव को लेकर चिंताएँ भी सामने आ रही हैं।


स्विटजरलैण्ड के इंटर पार्लियामेंट्री यूनियन के सेक्रेटरी जनरल मार्टिन चुंगोंग ने वीडियो संदेश के माध्यम से एआई की वैश्विक भूमिका सभी के समक्ष रखी।


इस अवसर पर भारत सरकार के एआई मिशन के सीईओ डॉ. अभिषेक सिंह, रॉबर्ट ट्रैगर, विलियम जोन्स, स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश, स्टुअर्ट रसेल, जान टैलिन, नालंदा विवि के कुलपति डॉ. सचिन चतुर्वेदी सहित अनेक एआई विशेषज्ञों ने भी अपने विचार साझा किए।


Read Previous

Samsung goes big in India factory ever created

Read Next

Samsung goes big in India factory ever created

Add Comment

Sign up for the Newsletter

Join our newsletter and get updates in your inbox. We won’t spam you and we respect your privacy.