Breaking News :

Pahalgam Attack: आतंकी हमले में जान गंवाने वालों को पहले दी श्रद्धांजलि फिर गरजे PM मोदी, कहा- आतंकियों को कल्पना से भी बड़ी सजा देंगे

पहलगाम आतंकी हमला : सीएम योगी ने जान गंवाने वाले कानपुर के शुभम द्विवेदी के पिता से की बात

कांग्रेस का आरोप: पाहलगाम हमला खुफिया विफलता और सुरक्षा चूक का नतीजा

दुश्मनों को सख्त संदेश : नौसेना ने अरब सागर में जंगी जहाज से किया मिसाइल रक्षा प्रणाली का परीक्षण

भारत के ताबड़तोड़ एक्शन से पाकिस्तान में खलबली, पानी रोकने को 'युद्ध जैसी कार्रवाई' बताया

प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में CCS बैठक : सिंधु जल समझौता स्थगित, पाकिस्तानी दूतावास बंद करने की तैयारी

पहलगाम आतंकी हमले के बाद यूपी में हाई अलर्ट, नेपाल सीमा पर कड़ी निगरानी

26 अप्रैल को लांच होगी नई Royal Enfield Hunter 350, मिलेंगे नए फीचर्स

द कश्मीर स्टोरी: एलओसी पर 42 लॉन्च पैड एक्टिव, 125 आतंकी भारत में मौजूद

वेंस ने पीएम मोदी से कहा - आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका हर तरह की मदद को तैयार

Parquet Courts on Resisting Nihilism & Why Tourism in Dubai is booming the world.

Parquet Courts on Resisting Nihilism & Why Tourism in Dubai is booming the world.

Thursday, 24 April 2025

केंद्र सरकार: वित्त वर्ष 2025 में राष्ट्रीय राजमार्गों की सुरक्षा रखरखाव के लिए मंजूर किए 9,599 करोड़ रुपये

नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 25 में राष्ट्रीय राजमार्गों की रखरखाव के लिए 9,599 करोड़ रुपये को मंजूरी दी है। यह जानकारी केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने गुरुवार को दी।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसमें 2,842 करोड़ रुपये के मूल्य के 17,884 किलोमीटर की लंबाई के शॉर्ट-टर्म मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट (एसटीएमसी) और 6,757 करोड़ रुपये के मूल्य के 6,118 किलोमीटर की लंबाई के परफॉरमेंस-बेस्ड मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट (पीबीएमसी) शामिल हैं।


लोकसभा में एक लिखित जवाब में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सरकार ने मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क के रखरखाव को प्राथमिकता दी है और एक जवाबदेह रखरखाव एजेंसी के माध्यम से सभी राष्ट्रीय राजमार्ग खंडों के रखरखाव और मरम्मत को सुनिश्चित करने के लिए एक सिस्टम विकसित किया है।


वर्तमान में देश में 8.11 लाख करोड़ रुपये की लागत से 31,187 किलोमीटर लंबाई में 1,310 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं।


वहीं, एसटीएमसी कार्य में अनुबंध सामान्यतः 1-2 वर्ष की अवधि के लिए किए जाते हैं, जबकि पीबीएमसी कार्य में अनुबंध लगभग 5-7 वर्ष की अवधि के लिए किए जाते हैं।


केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सरकार राष्ट्रीय राजमार्गों की ड्यूरेबिलिटी को बढ़ाने और रखरखाव की आवश्यकताओं को कम करने के लिए नई टेक्नोलॉजी या तरीकों को अपनाने को प्रोत्साहित करती है।


केंद्रीय मंत्री के अनुसार, कार्य शुरू होने से पहले, कार्य समाप्ति प्रमाण पत्र जारी होने से पहले और कार्य समाप्ति के बाद छह माह के नियमित अंतराल पर राष्ट्रीय राजमार्ग के खंडों का नेटवर्क सर्वे व्हीकल (एनएसवी) के माध्यम से आकलन किया जाता है, जिससे नियमित अंतराल पर राष्ट्रीय राजमार्गों का गुणवत्ता आकलन संभव हो पाता है।


इसके अलावा, सरकार ने चार लेन और उससे अधिक लंबे राष्ट्रीय राजमार्गों पर एडवांस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (एटीएमएस) लगाने का काम शुरू कर दिया है।


गडकरी ने कहा, "एटीएमएस में विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रावधान है, जो राजमार्गों पर घटनाओं (यातायात उल्लंघन सहित) की शीघ्र पहचान करने और राजमार्गों की निगरानी करने में मदद करते हैं, जिससे रिस्पॉन्स टाइम और सड़क सुरक्षा में सुधार होता है।"


Read Previous

Samsung goes big in India factory ever created

Read Next

Samsung goes big in India factory ever created

Add Comment

Sign up for the Newsletter

Join our newsletter and get updates in your inbox. We won’t spam you and we respect your privacy.