नारायणपुर जिले के कड़ेनार आईटीबीपी कैम्प में हुई फायरिंग की वारदात को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्भाग्यजनक बताया है। आईटीबीपी के जवान ने अपने ही साथियों पर गोलियां क्यों चलाई इसका अभी पता नहीं लग पाया है। वारदात के कारण के संबंध में आईजी सीआरपीएफ देवनाथ ने इसे विवेचना का विषय बताया है। बुधवार सुबह कड़ेनार आईटीबीपी कैम्प में हुई वारदात में 6 जवानों की मौत हुई है जिसमें मसुदुल रहमान पश्चिम बंगाल, महेन्द्र सिंह हिमाचल प्रदेश, सुरजीत सरकार पश्चिम बंगाल, दलजीत सिंह पंजाब, बिश्वरूप महतो पं. बंगाल और बीजीश सिंह केरला शामिल हैं। वहीं दो जवान एसबी उल्लास केरला और सीताराम दून राजस्थान गंभीर रूप से घायल हैं। बताया गया है कि जवान मसुदुल रहमान ने गोलियां चलाई है।
आईजी सीआरपीएफ देवनाथ ने कहा कि जिला नारायणपुर के थाना अंतर्गत आईटीबीपी कैंप कड़ेनार की वारदात है। सुबह 9 बजे के करीब आईटीबीपी के जवान ने सर्विस रायफल से अपने साथियों पर गोली चलाई। इसमें 6 जवानों की मौत हो गई, और दो जवान घायल हैं। घटना की वजह अभी सामने नहीं आई है। पुलिस अधीक्षक और आईटीबीपी के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। दो घायलों को रायपुर लाया गया है। अभी जानकारी नहीं आई है कि जवान के दिमाग में क्या रहा होगा या किन परिस्थितियों में उन्होंने जवानों पर गोली चलाई। यह अभी विवेचना का विषय है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बेहद दुखद घटना है।
आईटीबीपी के जवान ने अपने ही साथियों पर गोलियां चलाई। यह बेहद ही दुर्भाग्यजनक है। इस प्रकार की घटना कैसे घटी इसकी जांच होनी चाहिए। आगे ऐसी घटना ना हो इसे रोकने के उपाय किए जाने चाहिए। जवानों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हुं। यह जांच होनी चाहिए कि छुट्टी नहीं मिल रही थी, पारिवारिक कारण तो नहीं या आपसी रंजिश का तो मामला नहीं है। इसकी जांच होनी चाहिए और इन सबसे बचना चाहिए।